I want to condemn Vc due to his anti national step to provide legel help to suspected terrorist, who are the student of jamia. Please stop propeganda against Police, Army & Nation. Please Don't vitimisation the terrorist. They are not innocent child, as Vc described them.
मैं अपने वाइस चांसलर साहब की बहुत इज्ज़त करता हूँ। लेकिन आरोपी छात्रों को कानूनी सहायता देने के उनके फैसले से मुझे बहुत दुख हुआ। आरोपी छात्रों को कानूनी सहयता देने के लिए राज्य अपने आप सहायता प्रदान करता है। जामिया के पैसों से कानूनी सहायता देना निंदनीय है। यह पैसा देश की संपत्ति है, उसे आरोपी छात्रों - वो भी आतंकवाद के- की मदद में खर्च नही किया जा सकता। वाइस चांसलर साहब ने जिस दिन छात्रों को संबोधित किया उस दिन एक बार भी ब्लास्ट में घायल हुए या मरे हुए लोगों के बारे में एक शब्द तक नहीं कहा लेकिन आरोपी छात्रों को पूरी सहायता देने की बात कही। यह जानकर भी मुझे बड़ा दुख हुआ कि बटला हाउस एनकाउंटर पर जामिया के आसपास के लोग इस पूरे एनकाउंटर को फर्जी बता रहे हैं। एक पुलिस वाला अपनी जान से हाथ धो बैठा और इन लोगों को उसकी शहादत पर भी शक है। इन लोगों के मुताबिक हर बात के लिए भारत में मुसलमानों को तंग किया जाता है। ठीक है मानता हूँ लेकिन केवल इस बात कि आड़ लेकर मुस्लिम लोग आतंकवादियों को बचाने का काम करते हैं तो यह बहुत ही शर्मनाक होगा।
Akhil bhartiya vidyarthi parisad is an all India student organisation, working in the field of education with a wider perspective of National Reconstruction. ABVP works with a faith in the collective existence of the educational community, a firm belief in conseructive work & Nationalist approach which stays above partisan politics.
3 comments:
I want to condemn Vc due to his anti national step to provide legel help to suspected terrorist, who are the student of jamia. Please stop propeganda against Police, Army & Nation.
Please Don't vitimisation the terrorist. They are not innocent child, as Vc described them.
मैं अपने वाइस चांसलर साहब की बहुत इज्ज़त करता हूँ। लेकिन आरोपी छात्रों को कानूनी सहायता देने के उनके फैसले से मुझे बहुत दुख हुआ। आरोपी छात्रों को कानूनी सहयता देने के लिए राज्य अपने आप सहायता प्रदान करता है। जामिया के पैसों से कानूनी सहायता देना निंदनीय है। यह पैसा देश की संपत्ति है, उसे आरोपी छात्रों - वो भी आतंकवाद के- की मदद में खर्च नही किया जा सकता। वाइस चांसलर साहब ने जिस दिन छात्रों को संबोधित किया उस दिन एक बार भी ब्लास्ट में घायल हुए या मरे हुए लोगों के बारे में एक शब्द तक नहीं कहा लेकिन आरोपी छात्रों को पूरी सहायता देने की बात कही। यह जानकर भी मुझे बड़ा दुख हुआ कि बटला हाउस एनकाउंटर पर जामिया के आसपास के लोग इस पूरे एनकाउंटर को फर्जी बता रहे हैं। एक पुलिस वाला अपनी जान से हाथ धो बैठा और इन लोगों को उसकी शहादत पर भी शक है। इन लोगों के मुताबिक हर बात के लिए भारत में मुसलमानों को तंग किया जाता है। ठीक है मानता हूँ लेकिन केवल इस बात कि आड़ लेकर मुस्लिम लोग आतंकवादियों को बचाने का काम करते हैं तो यह बहुत ही शर्मनाक होगा।
Post a Comment