Sunday, November 30, 2008

जनता को लोलीपॉप मत दिखाइए .......... वरना लोकसभा चुनाव आने वाला है ........

शिव राज पाटिल के इस्तीफे का एलान नैतिकता से कोसोंदूर राजनीतिक हथकंडा भर है । मुंबई कांड को लेकर चौतरफा हमले झेल रही कांग्रेस ने सही मौके पर ये दाव खेला है । आगामी चुनावों को ध्यान मे रख कर एक रणनीति के तहत ये सारा नाटक रचा गया है । ये कैसी नैतिक जिम्मेदारी की बात कर रहे है पाटिल साहेब , जब दिल्ली मे बम फुट रहे थे तभी तो आप शूट बदलने मे मशगूल थे ! अपने कर्तव्यों को न निभाने की नाकामी को ढंकना आसान नही है। यह तो शुतुमुर्ग वाली बात हो गई । रेत मे सर ढकने से छुपने की कवायद महंगी पड़ सकती है । कही जनता इसे आपकी नामर्दी न समझ बैठे । विपक्ष के हमलो से बचने और जनता को बहलाने - फुसलाने का तीर खली जा सकता है। इन सब बातों मे दो प्रश्न उभर कर सामने आते है - पहला, भारत का ९/११ कहे जा रहे इस हमले के बाद गृह मंत्री का इस्तीफा नैतिकता है या नपुंसकता ? दूसरा , आतंकवाद के मुद्दे पर जनता का विश्वाश हासिल किया जा सकता है >?......................... आगे आप ख़ुद सोचिये .....................आख़िर कब तक हम आतंकवाद से सम्झूता करते रहेंगे ? कब तक आतंकियों को जिन्दा पकड़ा जाएगा ? कब तक ये दामादों की तरह जेलों मे ऐश करते रहेंगे ? कब तक अफजल की फंसी टलती रहेगी ?कब तक ये मोहनचंद्र शर्मा , हमेंट करकरे, मजोर अजित जैसे वीर मरे जायेंगे ? कब तक ये दोगले नेता शहद्तो पर ऊँगली उठाते रहेंगे ? आख़िर कब तक चंद गद्दारों के कारन हम भारतीय मारे जायेंगे ? ......????////?///?//????????? इन सवालों के जवाब आप ख़ुद से पूछिये । अपने अधिकारों की लडाई ख़ुद से लड़िये । आज वक्त है सभी राष्ट्रवादी शक्तियों को एकजुट हो कर संघर्ष करें । बंगलादेशी घुसपैठियों के विरुद्ध हमने आन्दोलन चला रखा है । आगामी १७ दिसम्बर को' चिकेन नेक्क ' मे हम विशाल रैली कर रहे है और वहीँ से पुरे देश मे आतंकवाद विरोधी मुहीम का पहला चरण , जो की बंगलादेशी घुसपैठियों को भगाना है , शुरू हो जाएगा । आप तमाम राष्ट्रभक्तों से आगे आने की उम्मीद है। हर कोई अपने -अपने स्तर से सहयोग करे तो यह काम चुटकी बजाते ही हो जाएगा ।

Friday, November 28, 2008

असली आतंकी तो हम है ...............

मुंबई मे हुए फिदायीन attack इस बात की pusti करता है की असली आतंकवादी ,देश के gaddar कौन हैं। अपने kukarmo का श्रेय किसी और को मिलते देख bokhlaye jahadi आख़िर khulkar samne aahi गए । चारा भी क्या था ats तो उनके काम को हिंदू vadi sangathano के नाम कर रही थी !परन्तु , हो सकता है congressi इसे भी हिंदू aatanvad का नाम दे ! आख़िर इस भारत वर्ष मे secular होने के लिए हिंदू virodhi काम करना pahli shart जो है !////////////// तो आप भी jaaniye असली कौन है और नकली कौन है ??

क्या भारत एक "पिलपिला लोकतंत्र "है?

आतंकवाद को लाकर सरकारी दावों की पोल खुल गई । सालभर में जयपुर, बंगलौर ,अहमदावाद , दिल्ली ,और अब मुंबई मे कोहराम मचा हुआ है। तीन दिनों से मुंबई में आतंक का तांडव जारीहै । दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र और मजबूत सैन्य शक्ति वाला भारत आज अपने हाल पर रो रहा है । सभी राष्ट्रीय संकट के नाम पर एकजुटता की बात करते है। अरे देश के कर्णधारो अब तक कहा सोये थे ?१.५ करोड आबादी के देश में २०-३० जेहादी घुस आते है और हमारी सरकार देखती रहती है ! बाद मे हालत काबू में लाना तो आम बात है , दरअसल हम हर हमले के पहले और बाद में सोते ही रहते है । प्रत्यक घटना के बाद खानापूर्ति कर मामला ठंडा कर दिया जाता है । आज भी वही हो रहा है अपनी नाकामियों को ढंकने के लिए कांग्रेस भाजपा शासन के दौरान हुयी घटनाओ का जिक्र कर रही है । आतंवाद के मसले पर बेक फ़ुट पर खड़ी सरकार अपने बिछाए तुष्टिकरण के महाजाल में ख़ुद ही फंसती जा रही है । अपनी नाकामी की तुलना दुसरे की नाकामी से करने यह तुलनात्मक अध्यन व्यावहारिक नही लगता है । जनता को विकास और सुरक्षा चाहिए स सरकार किसी भी दल की हो। बार-बार विमान अपहरण कांड को उछालनेवाली कांग्रेस शायद भूल जाती है की उस विमान में हमारे ही लोग थे । क्या उन नागरिकों को बचाने किजिम्मेदारी सरकार की नही थी ? वैसे भी इन gaddaron को आम लोगो की chinta कहाँ है ! इन्हे तो afjal guru के manvadhikaron की बड़ी fikra होती है ।amirparasti, muslim parasti और america parasti की abhyast congressi वही है jinhone कुर्सी के मोह मे देश के tukde किए थे । आज भी इनकी muslim tustilaran की niti jas की tas है । batla house कांड के बाद जिस तरह का mahool आतंक के khilaf बन रहा था उसे दबाने hatu malegaon का राजनैतिक istemaal bakhubi किया गया । उस मामले की पोल भी जल्द ही खुल jayegi । बाबा रामदेव से लेकर sri sri रविशंकर का नाम इस prakran में joda गया । nishchit rup से दाल मे कुछ kaala awasya है । yaha एक बात गौर के layak है " malegaon blast २९ sept को हुआ था, jaanch अभी suru भी नही हुई थी की ५ oct को शरद पवार ने me हिंदू aatankiyo के हाथ होने की ghoshna कर दी थी ।". इस मामले को देख रहे ats chif sahid हो गए । वो jinda होते तो sachchai का पता चल जाता शयद । खैर! जो हुआ सो हुआ भाई, अब मुंबई हमले मे sarkri sutra laskare taiba का हाथ बता रही है । lakin jamia के कुछ rashtrabhakt इसे "शिव सेना" का काम batane मे लगे है । आज जो कुछ भी ये चाँद jahadi इस्लाम के नाम पर कर रहे हैं वो rashtra को तोड़ने की gahri shajis है। babri मस्जिद और gujraat dango के आर मे nirdosho का खून बहने wale ये लोग अपना पाप खून से नही धो सकते । इनकी bato को samarthan देने wale secular marxwadi, lalu ,paswan , amar जैसे awsarvadi netao पर deshsdroha का mukadma चलना चाहिए , lakin हम rajnitik rup से इतने pilpile और kamjor है की ये मुमकिन नही । daya आती है ऐसे लोकतंत्र पर jaha intni aajadi है की aatanki आते है humla करते है फिर damaad की तरह हमारे jailo मे aaram से रहते है । duniya walo ऐसी aajadi और कहाँ ? ऐसी aajadi और कहाँ?...........................वंदे matram ............;